नमस्कार दोस्तों !
मै गव्यसिद्ध सन्नी कुमार आपका स्वागत करता हूँ। आप के अपने चैनल गौ ज्ञान गंगा मे।दोस्तों इस वीडियो में हम जानेंगे की नाभि विज्ञान से हम किस प्रकार अनेक बीमारियों में लाभ ले सकते है। इसलिए इस वीडियो को बिना स्किप किये अंत तक जरूर देखे।
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नाभि स्नेहन से चिकित्सा
नाभि में देसी गाय का घी या कोई अच्छे तेल लगाने के अनेक लाभ होते हैं। याद रखें कि माता के गर्भ में बच्चे का पोषण नाभि नाल के द्वारा ही होता है। यह | हमारे शरीर का अत्यंत संवेदनशील भाग है। केवल दो बूंद घी या तेल लगाने से होंठ फटने बंद हो जाते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि हम नाभि चिकित्सा से अनेक रोगों में सरलता से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
• उच्च रक्तचाप :- उच्च रक्तचाप यदि बहुत बड़ा हुआ हो तो एक ग्राम कलमीशोरा 10 एम. एल. गंगाजल में घोल लें। एक रुई का फाहा भिगोकर नाभि पर रख दें। आशा है 10-15 मिनट में बहुत बढ़ा हुआ रक्तचाप कम हो जाएगा। पर जांच करते रहें, अन्यथा रक्तचाप अधिक भी घट सकता है। जब जब जरूरत पड़े तब इसका प्रयोग कर सकते हैं।
• मासिक धर्म :- मासिक धर्म के अनेक प्रकार के कष्टों में नाभि चिकित्सा से लाभ उठाया जा सकता है। रुई के फाहे को ब्रांडी में भिगोकर नाभि पर रख दें। मासिक धर्म के अनेक कष्टों से आपको आराम मिलेगा। एक बार आजमाकर देखें।
• सर्दी-जुकाम होने पर अल्कोहल में रुई डुबो कर पेट की नाभि पर रखें। आशा
है आपको तुरन्त आराम मिलेगा। पुराना जुकाम हो या कभी सर्दी लग जाने से
जुकाम हो या आपको बार बार सर्दी जुकाम होता हो तो इसे जरूर आजमाएं।
● कील-मुहासों के लिए शुद्ध नीम के तेल की कुछ बूंदें नाभि पर लगाकर उंगली के पोर से खूब मलें। कुछ दिन लगाते रहें। आप देखेंगे कि आपके कील मुहासे गायब हो रहें हैं और चेहरे पर चमक बढ़ रही है। चेहरे पर ही नहीं, पूरे शरीर पर इसका प्रभाव होगा। आशा है कि आपकी त्वचा कोमल, साफ, सुंदर हो जायेगी। पर ध्यान रखें कि आजकल बाजार में अधिकांश नीम का तेल नकली आ रहा है। इसलिए किसी विश्वास की जगह से प्राप्त करें।
● नाभि पर बादाम के तेल की कुछ बूंदें लगाकर मालिश करने से भी त्वचा कोमल, सुंदर और चमकदार बनती है। चेहरे पर चमक बढ़ेगी। शुद्ध स्वदेशी गाय का घी लगाने के भी यही परिणाम होंगे।
● प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिये बारियल या जैतून के तेल की कुछ बूंदें नाभि पर लगाएँ और धीरे-धीरे मलिश करें। इससे प्रजनन क्षमता बढ़ती है। कई प्रकार के प्रजनन रोगों और दुर्बलता में लाभ भी मिलेगा, आपका चेहरा दागरहित सुंदर होगा।
विशेष: आजकल बाजार में नारियल का तेल भी अनेक प्रकार के रसायने से युक्त मिल रहा है। छोटी-बड़ी, देसी-विदेशी सभी कंपनियाँ हैक्ज़ेन नामक रसायन का प्रयोग करके तेल निकाल रही है। इसलिए कंपनियों के द्वारा बाजार में उपलब्ध करवाए जा रहे तेल विषैले हैं। वे सभी हैक्ज़ेन के द्वारा ही बने हैं। उनका प्रयोग लाभ के स्थान पर हानी करेगा आपको तेल बहुत विश्वास की जगह से प्राप्त करना पड़ेगा।
● दस्त-जुलाब बहुत अधिक हो रहे हो तो लेट कर नाभि के चारों और आंवला कूटकर एक छोटा सा घेरा बना दें। उसमें एक चम्मच अदरक का रस भर दें। बस 10-15 मिनट में भयंकर दस्त भी ठीक हो जाएंगे।
● बालों के लिए नाभि में घी अथवा शुद्ध सरसों का तेल लगाने से बालों पर भी बहुत अच्छा असर होगा। केवल होंठ ही फटने से नहीं बचेंगे, शरीर के सभी अंगों में खुश्की दूर होगी, कब्ज दूर करने में भी सहायता मिलेगी। अतः नाभि में नियमित रूप से अच्छे प्रकार का घी या तेल लगाते रहें। पर ध्यान रखें कि मरोड़ अथवा दस्त होने पर नाभि में घी अथवा तेल लगाने से आपका रोग बढ़ जाएगा। अतः उन दिनों में नाभि में घी अथवा तेल ना लगाएं।
Nice
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