नमस्कार दोस्तों !
मै गव्यसिद्ध सन्नी कुमार आपका स्वागत करता हूँ। आप के अपने चैनल गौ ज्ञान गंगा मे।
दोस्तों आज हम जानेगे की पंचभूत क्या है।
पंचभूत का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है ।,जानने के लिए कृपा बिना स्किप करे पूरा वीडियो देखे।
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वीडियो को अंत तक देखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !पंचभूत
आधुनिक जीवन शैली में हम स्थूल में इतना डूब गए हैं कि सूक्ष्म शक्तियों के महत्त्व को लगभग भुला बैठे हैं। जबकि हमारे जीवन की सफलता स्थूल से कई गुणा से अधिक सूक्ष्म शक्तियों पर निर्भर करती है। पंचभूतों के सूक्ष्म आयामों को समझते हुए उनकी साधना व शोधन से उचित लाभ उठा सकते हैं। जीवन में सफलता, यश, स्वास्थ्य व समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं।
पंचतत्त्वों में चेतना है
ये पाँच तत्त्व अथवा पंचभूत-पृथ्वी, जल, अग्नि या तेज, वायु तथा आकाश हैं। यदि = हमें लगता हो कि यह पाँचों तत्त्व निर्जीव, निष्प्राण हैं तो इसपर पुनः विचार करें। ■ सच यह है कि इनमें चेतना, स्मृति, समझ है। ये हमारे द्वारा किये गए व्यवहार के अनुसार हमारे साथ व्यवहार करते हैं। हमने जैसा व्यवहार इनके साथ किया, उसी के अनुसार वें उसका प्रतिफल देते हैं। हमारे द्वारा इनके साथ किये गये व्यवहार के अनुसार इनके गुण, धर्म व प्रभाव में परिवर्तन होता है। हम इस बात को इस प्रकार भी कह सकते हैं कि 'हम जैसा व्यवहार पंचभूत के साथ करते हैं, उसी vec phi अनुसार इनका व्यवहार हमारे प्रति होता है।
जल तत्त्व में जीवन है
पहले हमारा इन बातों पर विश्वास नहीं था। हमने जल पर अनेक प्रयोग करके देखे। आश्चर्य की बात है कि हर बार हमारे व्यवहार के अनुसार उसमें दोष पैदा हुए। एक प्रयोग में काँच के गिलासों में पानी डाल कर रखा गया। एक गिलास के पास लिख कर रखा 'मूर्ख', दूसरे के पास लिखा 'श्रद्धेय', एक गुण और के पास फूल रखे। 'मूर्ख' लिखे गिलास का पानी पीने से व्यक्ति की शक्ति आधे से भी कम हो गई। 'श्रद्धेय' लिखे गिलास के पानी से और फूल वाले गिलास का केवल एक घूंट पानी पीने से शक्ति दोगुणा से भी अधिक बढ़ गई। हम सब यह देखकर आश्चर्यचकित थे अद्भुत, अविश्वसनीय या यह सब, पर यही सच है जिससे हम अनजान हैं। सर्च इंजन पर खोज करके पढ़ें "Dr. Emoto work on Water" इन्होंने पानी पर बहुत खोज की है और सिद्ध किया है कि पानी vec 6 पास करोड़ों स्मृतियाँ है, उसमें जीवन है।
पानी पर जर्सी गाय के गोबर का प्रभाव
| इसके बाद हमने एक दूसरा प्रयोग किया एक गिलास के पास जर्सी गाय का सूखा गोबर रखा व एक गिलास के पास देसी गाय का गोबर रखा जर्सी गाय के गोबर वाले पानी का एक घूंट पीने से ताकत बहुत कम हो गई। किन्तु देसी गाय के गोबर वाला पानी पीते ही शरीर में बहुत थल बढ़ गया हजारों लोगों के सामने ये प्रयोग करके देखे जा चुके हैं। आप भी चाहें तो प्रयोग करके देख सकते है।
इन प्रयोगों को करने के बाद हमें समझ आया कि ये पाँचों तत्त्व निर्जीव नहीं, चेतना से भरपूर हैं। हम इन के साथ जैसा व्यवहार करते हैं उसके अनुसार हमारे तन और मन पर इन तत्वों के प्रभाव होते हैं। इसलिए हमारा सुझाव है कि पाँचों तत्वों का यथासंभव सम्मान करें।
पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, आकाश सभी तत्वों की संतुष्टि, स्वस्थ सुखी रहने के लिये शोधन के लिए अनेक उपाय किए जा सकते हैं। उन में से सबसे सरल व शक्तिशाली है अग्निहोत्र। इसकी विस्तृत जानकारी के लिए youtube पर homatherapy और homa farming देखें, गूगल करके विवरण पढ़ें विश्वास रखें कि इन उपायों से आपका जीवन पहले से बहुत अधिक सुखी, स्वस्थ, समृद्ध व मंगलमय होगा।
प्रमाण हेतु डा. इमोटो तथा डा. जोसेफ मेरकोला
उपरोक्त विषय की प्रामाणिकता के लिए आप इंटरनेट पर तलाश कर सकते हैं। अमेरिका के एक सुप्रसिद्ध चिकित्सा विज्ञानी 'डा. जोसफ मेरकोला' की एक साईट Mercola.com देखना उपयोगी होगा। हम 20 वर्षों से भी अधिक समय से देख रहे है। इनकी अनेक जानकारियां (सभी नहीं) बहुत काम की तथा प्रमाणित है।
हमारे द्वारा दी गई सभी परिकल्पनाओं व निष्कयों के समर्थन में शोध पत्र मिलना तो अभी संभव नहीं। पर निरन्तर शोध पत्र व प्रमाण मिलते जा रहे है। यह विषय अभी परिपूर्ण नहीं, इस पर और शोध व अध्ययन की आवश्यकता है। इसके कुछ आयामों पर अभी तक शोध कार्य सम्भवतः हुआ भी नहीं है। पर और अधिक काम करने की आवश्यकता निश्चित रूप से है। हो सकता है कि हमारी स्थापनाओं, परिणामों में सुधार भी करने पड़ें। अतः इस कार्य को पूर्णता की ओर ले जाने के लिये सुपात्रों द्वारा अभी काफी प्रयास किये जाने की जरूरत है।
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